हाल ही में केन्द्र सरकार ने कंपनियों की राहत के लिए कॉर्पोरेट टैक्स की दरों को 30% से 22% तक कम कर दिया है, जिसका प्रत्यक्ष फायदा ऑटोमोबाइल कंपनियों को मिलने जा रहा है। क्योंकि उन्हें यह टैक्स दर कमाए गए धन के एवज में सरकार को देना पड़ता था। लिहाज़ा देश की सबसे बड़ी कार निर्मात कंपनी ने अपनी कार की कीमतों में कटौती करने का संकेत दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक केन्द्र सरकार की इस नई पहल के साथ ही मारुति सुजुकी अपने कार की कीमतों को कम करने पर विचार कर रही है। मारुति सुजुकी के अध्यक्ष आरसी भार्गव ने एक अंग्रेजी अखबार से की गई बातचीत में कहा है कि कंपनी 25 सितम्बर तक अपने इस फैसले की पूष्टि कर देगी।
ये कंपनियां भी कर सकती हैं कटौती
फिलहाल पिछले छः महीनों से मारुति सुजुकी कम बिक्री की मार से जूझ रही है और अगस्त में उसे करीब 34 प्रतिशत का घाटा हुआ था। ऐसे में कंपनी को उम्मीद है कि इस फैसले के साथ कारों की बिक्री में सुधार हो सकता है। वैसे भी फेस्टिव सीजन में बिक्री को बढ़ावा जेने के लिए कार की कीमतों को कम करना कोई बड़ी बात नहीं है।
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दूसरी ओर मारूति सुजुकी के अलावा कई और कंपनियां हैं जिन्होंने अपनी कारों की कीमतों को कम करने की बात कही है। टोयोटा ने कीमतें कम करने की घोषमा की है, लेकिन तत्कल प्रभाव से लागू नहीं करने की बात की है। होंडा ने भी प्राइस को कम करने के संकेत नहीं दिए हैं। हालांकि हुंडई कथित तौर पर संभावित कीमत में कटौती की तलाश में है।
जीएसटी दरों में नहीं मिली रियायत
बता दें कि ऑटोमोबाइल उद्योग पिछले 6 महीनों से मंदी की कार से जूझ रहा है और कंपनियों में जहां छटनी हुई, वहीं प्रोडक्शन भी बंद रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए सियाम ने जीएसटी की दरों में कटौती की मांग की ती, लेकिन काउंसिल ने 20 सितम्बर को हुई बैठक में मना कर दिया था।