कार और बाइक मार्केट में स्पष्ट तौर पर तनाव देखा जा सकता है, लेकिन इन सबके विपरीत मार्केट के दो नए खिलाड़ी MG और Kia मोटर्स का कंपटिशन देखने लायक है। रिपोर्ट इसी बात की ओर इशारा करती हैं कि दोनों कंपनियां अपने विस्तार को लेकर होड़ करती हुई दिख रही हैं।
ये दोनों कंपनियां न केवल अपनी प्रोडक्शन कैपिसिटी बढ़ा रही हैं बल्कि नए कर्मचारियों को हायर भी कर रही है। इनके कारों की वेटिंग लिस्ट भी की कई महीनों की है। अगस्त में लॉन्च होने वाली किआ सेल्टोस की बुकिंग जहां 50,000 यूनिट के पार हो गई है वहीं 14,000 यूनिट डिलेवर भी हो चुकी है।
किआ मोटर्स करेगी 2 बिलियन डॉलर का निवेश
एक भारी बैकलॉग के साथ यह दक्षिण कोरियाई कंपनी भारत के आंध्र प्रदेश में अपना संयंत्र स्थापित करने के लिए 2 बिलियन डॉलर का निवेश कर रही है। कंपनी इस कवायद के माध्यम से अपने प्रोडक्शन में तेजी लाना चाहती है। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि वे प्लांट की प्रोडक्शन कैपिसिटी 1 लाख यूनिट्स से बढ़ाकर 2 लाख यूनिट्स सालाना का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।
कंपनी वर्तमान में भारत में किआ सेल्टोस एसयूवी को सेल करती है। इसके अलावा फरवरी 2020 में आयोजित होन जा रहे 2020 ऑटो एक्सपो में अपनी कार्निवल एमपीवी को भी पेश करेगी। इसके बाद सेल्टोस के नीचे एक और नई मिनी एसयूवी लॉन्च होगी।
एमजी मोटर्स मंदी को बीट करने में हुई कामयाब
दूसरी ओर एमजी मोटर्स भी मंदी को बीट करने में कामयाब हुई है। यह ब्रिटिश ब्रांड, जो कि चीनी ऑटो प्रमुख SAIC की एक सहायक कंपनी है, अपने गुजरात कारखाने में 500 लोगों को काम पर रख रही है। कंपनी अपना प्रोडक्शन 2,500 यूनिट महीने से बढ़ाकर 4,500 यूनिट पर कार्य कर रही है।
इस नई एसयूवी एमजी हेक्टर की भी अब तक 7,000 यूनिट डिलेवर हो चूकी है जबकि 24,000 यूनिट की बुकिंग लंबित है। कंपनी अपनी वेटिंग लिस्ट के पीरीयड को कम करने के लिए लगातार कार्य कर रही है।
यही नहीं भारत में हेक्टर की बुकिंग के दूसरे दौर में भी अब तक करीब 8,000 यूनिट की बुकिंग मिल चूकी है और तीन महीनों के भीतर प्राइस में 2.5% की वृद्धि हुई है। एमजी अब भारत में अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार लॉन्च करने की प्रक्रिया में है, और इसकी लागत 20 लाख रुपये से 25 लाख रुपये के बीच होगी।