भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी Maruti Suzuki की सेल्स में सितम्बर में भी गिरावट दर्ज की गई। कंपनी ने मंगलवार को अपीन सेल्स रिपोर्ट जारी की, जिसके मुताबिक सितम्बर माह के पैसेंजर व्हीकल्स की सेल्स में 31 प्रतिशत की गिरावट देखी गई ।
रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने सितम्बर 2019 में 78,979 यूनिट्स की बिक्री की, जो पिछले साल 2018 में इसी महीने में 115,228 यूनिट थी। इसमें मिनी सेगमेंट जैसे Alto और Old WagonR में 20,085 यूनिट्स की गिरावट के साथ 42 प्रतिशत कम रही है।
कॉम्पैक्ट सेगमेंट की भी बिक्री घटी
कॉम्पैक्ट सेगमेंट में जैसे- New WagonR, Celerio, Ignis, Swift, Baleno और Dzire की बिक्री में में 22,179 यूनिट्स की गिरावट दर्ज की गई। इस तरह पिछले साल सितंबर 2018 में 153,550 यूनिट्स की की तुलना में कुल मिलाकर घरेलू बिक्री 24.8 प्रतिशत घटकर 115,452 यूनिट ही रह गई।
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यह पहला मौका है, जब कंपनी की बिक्री एक लाख यूनिट के आकड़े को पार नहीं कर पाई। अगस्त में भी यह इसकी 97,061 यूनिट्स बिकी थीं। एक बात और स्पष्ट करते चलें कि कंपनी की कुल वार्षिक बिक्री (अप्रैल-सितम्बर) भी 24 प्रतिशत घटकर 740,911 यूनिट रही। पिछले साल इसी दौर में यह 975,327 यूनिट थी।
एक्सपोर्ट में गिरावट
कंपनी के एक्सपोर्ट बिजनेस में भी 17 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है, जिसमें केवल 7,188 यूनिट ही रह गई है। ऐसे में मारूति सुजुकी अब अपने एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने पर विचार कर रही है।
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मारुति सुजुकी के चेयरमैन आरसी भार्गव ने कहा कि 'एक्सपोर्ट न केवल कुल क्वांटिटी को बढ़ाने में मदद करता है बल्कि मुद्रा के उतार-चढ़ाव के विपरीत मदद भी करता है। देखा जाए तो एक्सपोर्ट को जल्दी से बढ़ा लेना संभव नहीं है, लेकिन कंपनी ने स्पष्ट किया है वह ये कार्य समय के साथ करेगी।