घरेलू निर्माता मारुति सुजुकी उन पहले निर्माताओं में से है, जिन्होंने समय सीमा से पहले ही भारत में में BS-6 कंप्लेंट कारों को लॉन्च करना शुरू कर दिया है। कंपनी ने अप्रैल में ही बीएस-6 को लेकर अपनी कवायद शुरू कर दिया था, जिसमें पहला BS-6 कंप्लेंट आल्टो 800 था। इसके बाद, मारुति ने एस प्रेसो और एक्सएल 6 को भी लॉन्च किया।
हैरान करने वाली बात ये है कि बीएस -6 वाहनों को लॉन्च करने के बाद, मारुति ने बीएस -4 वाहनों का प्रोडक्शन करना बंद कर दिया। इसलिए कंपनी ने डीलरशिप के बचे हुए स्टॉक को छोड़ दिया गया था। कंपनी ने इसके खत्म होने की समय सीमा मार्च 2020 तय की ती।
खत्म हुआ इन कारों का स्टॉक
हाल ही में आई एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मारूति सुजुकी ने बीएस -4 इन्वेंट्री के स्टॉक को समय सीमा के पहले ही खत्म कर दी है। दावा किया गया है कि कंपनी के पास अब केवल 14 दिन का ही स्टॉक बचा हुआ है। इसके बाद कंपनी के पास बिक्री के लिए केवल बीएस-6 कारें ही उपलब्ध होंगी।
कंपनी के अधिकारियों ने एक अंग्रेजी वेबसाइट के हवाले से कहा है कि कंपनी ने बीएस-4 के ज्यादातर स्टॉक को बेच दिया है और ऑल्टो, बलेनो, वैगन आर, स्विफ्ट पेट्रोल, Ertiga BS-IV स्टॉक में नहीं हैं।
कंपनी ने दिल्ली एनसीआर में अपने अधिकांश पेट्रोल पंप से बीएस -6 फ्यूल की बिक्री भी शुरू कर दी है। एक बात और बीएस -6 मानदंड आने के साथ, सभी प्रकार की कारों के लिए पेट्रोल कारों की कीमतें 50,000 रुपये तक बढ़ सकती हैं, जबकि डीजल कारें 2.5 लाख रुपये महंगी होगी।