कोरोनाः क्या लॉकडाउन के बाद बढ़ जाएगी Vehicles की बिक्री?

भारत सरकार ने कोरोना वायरस (Corona_COVID-19) के बढ़ते कहर को देखते हुए लाकडाउन की सीमा को 3 मई तक बढ़ा दिया है, जिसका साफ मतलब है कि अब 3 मई तक भारत में न तो वाहनों का प्रोडक्शन हो सकेगा और न ही डीलरशिप पर बिक्री होगी, जबकि यह पहले ही बताया जा चुका है कि लाकडाउन से ऑटोमोबाइल (Automobile) इंडस्ट्री को हर रोज 23,00 करोड़ रूपए का नुकसान हो रहा है, लेकिन हाल ही में एक रिपोर्ट आई है, जिसकी वजह से वाहन डीलरों का चेहरा खिल गया है।

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दरअसल इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद वाहनों (Car और Bikes) की बिक्री में बढ़ावा होगा। यह रिपोर्ट पर्सनल मोबिलिटी में बदलाव पर केंद्रित भारतीय ऑटो सेक्टर की संस्था एचएसबीसी (HSBC) ने पेश की है, जिसमें कहा गया है कि डीलरों के पास जो बीएस4 वाहनों का स्टॉक पड़ा है, वह लॉकडाउन के बाद 10 दिनों में आसानी से बिक जाएगा।

मारूति ने भी जताई संभावना

देश की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) ने भी उम्मीद जताई है कि लॉकडाउन हटने के बाद कार की बिक्री में उछाल आने की संभावना है, क्योंकि सामाजिक दूरी बरतना अब आम बात हो गई है। कंपनी ने कहा है कि अगर ग्राहक किसी अन्य पैसेंजर के साथ स्पेस शेयर करने में डरेंगे तो इससे नए वाहनों की मांग में बढ़ावा होगा।

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दावा किया जा रहा है कि कोरोना लोगों के रहन-सहन और खरीदारी के नजरिए को बदलने जा रहा है और लोग शेयरिंग वाहनों के इस्तेमाल को इग्नोर करेंगे। इसका असर लाकडाउन खत्म होने के बाद चीन में भी देखा जा रहा है और कहा जा रहा है कि चीन में डीलरशिप पर रोज की बिक्री बढ़ गई है और लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बजाय निजी वाहनों में खुद को ज्यादा सेफ महसूस करने लगे हैं।

नहीं बिके 7 लाख बीएस4 वाहन

बता दें कि 3 मई को लॉकडाउन खत्म होने के बाद बचे हुए बीएस4 वाहनों की बिक्री केवल 4 से 13 मई के बीच हो सकती है और भारत में भारत में दोपहिया वाहन सहित 7 लाख से ज्यादा बीएस4 वाहनों की बिक्री नहीं हो सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में 10 दिनों के लिए बीएस4 वाहनों की बिक्री और रजिस्ट्रेशन अनुमति दी थी, जो 15 अप्रैल को समाप्त होने वाली थी।

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ऑटोमोटिव संगठनों के मुताबिक लाकडाउन के कारण भारत में कारों की बिक्री पिछले महीने 52 फीसदी तक घट गई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India),  हुंडई (Hyundai), होंडा (Honda),  महिंद्रा (Mahindra), टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (Toyota Kirloskar Motor),  टाटा मोटर्स (Tata Motors), किआ मोटर्स (Kia Motors), अशोक लीलैंड (Ashok Leyland) और एमजी मोटर इंडिया (MG Motor India) जैसी सभी कंपनियां ने अपने प्लांट में प्रोडक्शन को बंद कर दिया है।

नौकरियों पर संकट का अंदेशा

फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि डीलरशिप में चार लाख कर्मचारियों की नौकरी पर मंडरा रहे संकट के मद्देनजर कार निर्माता उत्पादन को रोककर और निवेश में कटौती कर इससे निपटने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी ओर सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) ने कहा है कि ऑटो उद्योग को रोजाना 2300 करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ रहा है।

2017 VW Tiguan- इमेज गैलरी

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