वीडियोः Maruti S-Presso फर्स्ट ड्राइव रिव्यूः छोटा पैकेट, बड़ा धमाका

घरेलू कंपनी मारुति सुजुकी ने हाल ही में भारत में अपनी बहुचर्चित एसयूवी स्टाइल हैचबैक Maruti S Presso को लॉन्च किया है। भारत की सड़कों पर इसका सीधा मुकाबला Renault Kwid व Datsun redi-GO जैसी कारों से हैं। ऐसे में इस बात में कोई शक नहीं है कि बहुत से लोग होंगे जो इस कार को खरीदने की प्लानिंग कर रहे होंगे या बहुत सारे ऐसे भी होंगे जो इसके फीचर्स, डिजाइन, पावर, माइलेज और ड्राइविंग रेंज के बारे में जानना चाहते होंगे?

इसी बात को ध्यान में रखने हुए इंडियन ऑटो ब्लॉग के मैनेजिंग एडिटर यथार्थ चौहान ने राजस्थान के जोधपुर के हाइवे पर इस कार को ड्राइव करके यह पता करने का प्रयास किया है कि क्या यह कार ग्राहकों के लिए उपयुक्त हो सकती है और क्या इसे खरीदा जा सकता है? तो आइए हम बिना देर किए हुए इस बात को जानते हैं...

Maruti S-Presso- एक्सटीरियर

Maruti S Presso के डिजाइन के बारे में जानने के पहले आप यह जान लीजिए कि यह कार पिछले साल ऑटो एक्सपो में पेश की गई फ्यूचर-एस कॉन्सेप्ट पर बेस्ड है और सीधे तौर पर भारत में Renault Kwid व Datsun redi-GO के अंगेस्ट हैं। नई कार का डिजाइन इंप्रेशन उम्मीद के मुताबिक सकारात्मक नहीं हैं, लेकिन सामने से देखने पर इसमें हमें मिनी एसयूवी की झलक देखने को मिलती है।

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हालांकि डिज़ाइन टीम ने एन्ट्री लेवल की इस पेशकश को खास बनाने के लिए कई शानदार इलिमेंट जोड़े हैं। इसके फ्रंट-एंड, में एक सुंदर सा ड्यूल-टोन बम्पर और हाई-सेट हुड के साथ स्पेशल क्रॉसओवर लुक है। इसके हेडलैम्प्स और विंडो आपको तीसरे जनरेशन की सुज़ुकी जिम्नी और मारुति विटारा ब्रेज़्ज़ा की याद दिलाते हैं। इस तरह हम S Presso  के साइज और लुक के मामले में S Presso को ब्रेजा का मिनी वर्जन कह सकते हैं।

फ्रंट और रियर में डुअल स्प्लिट बंपर्स मिल रहे हैं, जबकि कार के साइड प्रोफाइल ऑल्टो की याद दिलाते हैं। शीट मेटल को बढ़ा देने के कारण कार को स्लैब-साइडेड बना दिया गया है, जबकि डूर के हैंडल ऑल्टो से लिए गए प्रतीत होते हैं। डीएलओ में ट्रेडिशनल स्टाइल वाली सिबलिंग की तरह है। रियर-एंड में डूल-टोन बम्पर और टेल लैंप के साथ है। इस कार के साथ अलॉल व्हील नहीं मिल रहे हैं। टॉप मॉडल पर भी अलॉय व्हील नहीं है। कार के टेल लैंप बड़े है, जबकि ड्यूल टोन बम्पर मिल रहा है।

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आमतौर पर छोटी गाड़ियों के बूट स्पेस छोटे होते हैं, ऑल्टो की बात करें तो इसका बूट स्पेस 177 लीटर है, जबकि एस-प्रेसो में 277 लीटर ऑफर किया जा रहा है। प्रेसो का यह रेसियो Renault Kwid के बराबर है।

Maruti S Presso- इंटीरियर

एक्सटिरियर के विपरीत कार का केबिन बहुत खास है। इसे बारीकी से देखकर हम कह सकते हैं कि कार का केबिन अन्य कारों से हटकर है। कार का सेंटर कंसोल सुजुकी मिनी की याद दिलाते है। छोटी कार होने के बावजूद इसमें अंदर बैठने के लिए पर्याप्त लेगरूम मिल रहा है और अच्छा सपोर्ट भी देती है। कार ऑल-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट कंसोल एयर-कॉन वेंट्स से लैस है। कंपनी का स्मार्टप्ले स्टूडियो टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट यूनिट के ऊपर स्थित है जो कि ऐप्पल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो को सपोर्ट करता है। राउंड पैनल जिसमें टच-यूनिट और स्पीडो क्लस्टर शामिल हैं। कुल मिलाकर इस सेगमेंट में इस तरह के फीचर भी ठीकठाक हैं। एस-प्रेसो अपने सेगमेंट की इकलौती ऐसी कार है, जिसे मल्टी फंक्शन्स स्टीयरिंग व्हील मिलता है। यह स्टियरिंग वहीं स्टीयरिंग हैं, जो स्विफ्ट और एग्निस पर मिलता है। हालांकि यह बिना क्रोम गर्निश का है। गाड़ी में रिवर्स कैमरा नहीं है। इस मामले में कार हमें सरप्राइज नहीं कर पाती है। कार में बॉटल स्टोर भी है, जबकि इंटीरियर का प्लास्टिक क्वालिटी भी ठीक ही है। इस तरह केबिन में प्रैक्टिकली प्रेसो अच्छा स्कोर करने में कामयाब हो रही है, क्योंकि बजट की कार के लिहाज से इंटीरियर हमें प्रभावित करता है।

Maruti S Presso के पिछली सीटों की बात करें तो यहां आपको काफी स्पेस मिल जाती है। दो लोग यहां आराम से बैठ सकते हैं। हालांकि फ्लैक बैंच के कारण तीन लोग भी बैठ सकते हैं, लेकिन एडजेस्ट होने में थोड़ी बहुत दिक्कत हो सकती है। इसके अलावा अगर आपकी लंबाई 6 फुट तक है तो भी थोड़ी प्राबल्म हो सकती है, क्योंकि हेडरूम ज्यादा उंचा नहीं हैं। यहां लंबी दूरी की यात्रा के लिए थोड़ी बहुत प्राब्लम फेस करनी पड़ सकती है। अगर आप म्यूजिक सुनने के शौकीन हैं तो आगे नहीं बल्कि पीछे की सीट पर बैठने वाले यात्री को म्यूजिक सिस्टम को सुनने में थोड़ी सी प्राबल्म हो सकती है, क्योंकि यह उतनी क्लैरिटी से सुनाई नहीं देगी, जितना आगे की सवारी को मिल सकती है। यहां हम यह जरूर कहेंगे बेस वेरिएंट में तो नहीं लेकिन टॉप वेरिएंट में कंपनी को यह सुविधा जरूर देनी चाहिए थी। कार के शीशों को भी आप मैनुअली ही खोल सकते हैं।

Maruti S-Presso - परफार्मेंस

हम Maruti S-Presso की ड्राइव परफारर्मेंस की बात करें तो चलाने में यह ऑल्टो किटेन जैसी ही स्ट्रांग है। पॉवर देने के लिए कंपनी ने K10B पेट्रोल इंजन को बीएस-6 में अपडेट किया है, जो कि 5,500rpm पर 67 bhp की मैक्सिमम पावर और 3,500rpm पर 90Nm का पीक टॉर्क आउटपुट जेनरेट करती है। कार कुल वजन 726 किलो है। इस वजन के साथ कार की ड्राइव रेंज अच्छी है। हर तरह के मोड़ या स्पीड ब्रेकर पर इसे आसानी से हैंडल किया जा सकता है। S-Presso को 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन के अलावा एक ऑप्शनल 5-स्पीड AMT (Maruti स्पीच में AGS) के साथ भी उपलब्ध है।

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मारुति एस-प्रेसो को कंपनी के नए HEARTECT-K प्लेटफ़ॉर्म पर बेस्ड है। इंडियन ऑटो ब्लॉग ने कार को जोधपुर के हाइवे पर चलाई है, जहां कार ने प्रभावित करती है और भीड़भाड़ वाली सड़कों पर आसानी से अपना रास्ता बना लेने में मदद करती है। हम ओवरआल परफार्मेंस की बात करें तो यह सटिस्फाई करती है। एमवीएच के मामले में कार को थोड़ा बहुत बेटर बनाया जा सकता था। हालांकि हम पहले भी कई बार कह चुके हैं कि यह एक बजट मॉडल है। फिर भी हम थोड़ा बहुत बेहतर होने की उम्मीद कर सकते हैं। कार के गियर माइलेज के हिसाब से ही ट्यून किए गए हैं। एक एक्सपर्ट होने के नाते मैं यह कहूंगा कि ग्राहकों को थोड़े से ज्यादा पैसे खर्च करके एएमटी वेरिएंट को प्राथमिकता देनी चाहिए।

माइलेज की बात करूं तो इस सेगमेंट के लिए यह सबसे इम्पोर्टेंट चीज है। यह 21.7 प्रति किमी का माइलेज दे सकती है। हालांकि ये टेस्ट ड्राइव रेसिय़ो है। बेसिकली आप एक लीटर में इस कार को 18 से 20 किमी चला सकते हैं, जो कि हाइवे के लिए है। भीड़भाड़ या शहरी इलाके में यह 15 से 16 किलोमीटर के बीच का माइलेज दे सकती है। इस तरह प्रेसो की ड्राइविंग कंडीशन और माइलेज रेनो क्विड से थोड़ा ज्यादा है और साफ तौर पर कह सकते हैं कि राइड क्वालिटी में ये कार हमें इम्प्रेस करती है।

क्या Maruti S-Presso को खरीदना चाहिए?

क्या Maruti S-Presso को खरीदना चाहिए? यह इस रिव्यू का यह सबसे महत्वपूर्ण सवाल है तो इसके जवाब में हम दो दिन तक चलाने के बाद कहेंगे कि मारुति एस-प्रेसो शहर के कंड़ीशन के लिए परफेक्ट है। इसके अलावा थोड़े-मोटे गढ़्ढ़ों को भी आसानी से डील कर लेती है। हालांकि सामान्य ड्राइव में कोई प्रॉब्लम नहीं है। प्राइस को देखें तो कार 4.99 लाख रूपए से लेकर 9 लाख रूपए तक की प्राइस में उपलब्ध है।

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जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया है कि यह रेनो क्वीड और डैटसन रेडी गो के अंगेस्ट हैं। लुक में टिपिकल क्रॉसओवर है, जो मिनी ब्रेजा की तरह है। इंटीरियर भी अच्छे स्पेस के साथ वेल पैकेज है। चार से पांच लोग आराम से बैठ सकते हैं, लेकिन हेडरूम थोड़ा सा कम है। इसका इंजन ऑल्टो केटन की तरह अच्छा परफारमर है। फ्यूल और माइलेज के मामले में भी यह कार आपको कोई प्राब्लम नहीं होने देती है और हमारा सबसे फेवरिट सबसे पार्ट डाइमेंशन है।

इस तरह गहराई से देखने पर हम K10 मोटर, एएमटी, विश्व स्तरीय प्लेटफॉर्म और पर्याप्त बड़े केबिन के लिए कार की तारीफ करते हैं। एस-प्रेसो एक एंट्री-लेवल ऑफर है और छोटे आकार की होने के बावजूद भी काफी पंच देती है।

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अब बात खरीदने की है तो बता दें कि यह रेनो क्विड और ऑल्टो K10 से बेटर ऑप्शन है। इसका बोल्ड लुक, हाइ ग्राउंड लेवल, गुड पऱफार्मेंस, हाइ फ्यूल एफिसिएंसी और केबिन स्पेस पर्याप्त है, तो इन सारी बातों को देखते हुए हम कह सकते हैं कि अगर आप किसी बजट वाली हैचबैक कार की तलाश कर रहे हैं और कम पैसे में नई एसयूवी लुक कार चाहते हैं तो Maruti S Presso आपके लिए एक बेहतर विकल्प है। आप इस पर अपना पैसा बेशक खर्च कर सकते हैं।

कार का वीडियो रिव्यू भी देखें-

Maruti S-Presso- यहां देेंखे इस कार की और भी तस्वीरें

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